पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी और स्वतंत्रता सेनानी अमृत कौर को टाइम मैगजीन ने दुनिया की उन 100 ताकतवर महिलाओं में शामिल किया है जिन्होंने पिछली सदी को नई पहचान दी। टाइम ने कौर को 1947 और इंदिरा गांधी को 1976 की ‘वुमन ऑफ द ईयर’का खिताब दिया। मैग्जीन ने स्पेशल कवर पेज भी तैयार किए हैं।
टाइम ने इंदिरा गांधी के लिए लिखा, ‘‘1976 में इंदिरा गांधी ‘इंप्रेस ऑफ इंडिया’ थीं, जो कि बाद में भारत की महान सत्तावादी बन गईं। 1975 में आर्थिक अस्थिरता के बीच इंदिरा गांधी सरकार के खिलाफ प्रदर्शन शुरू हो गए थे और उनके चुनाव को अमान्य बताने के बाद उन्होंने आपातकाल की घोषणा कर दी थी।’’ टाइम ने लिखा, भारत के पहले प्रधानमंत्री जवाहर लाल नेहरू की बेटी इंदिरा जितनी कठोर थीं, उतनी ही करिश्माई भी।
राजकुमारी कौर ने देश को स्वतंत्र कराने के साथ ही कुप्रथाओं के खिलाफ मुहिम भी शुरू की
अमृत कौर के बारे में टाइम ने लिखा कि कपूरथला की रॉयल फैमिली में जन्मीं राजकुमारी कौर 1918 में ऑक्सफोर्ड में पढ़ाई करने के बाद भारत लौटीं और जल्द ही महात्मा गांधी के सिद्धांतों की प्रशंसक बन गईं। कौर के जीवन का लक्ष्य भारत को स्वतंत्र कराना और दमनकारी सामाजिक मानदंडों से मुक्ति पाना था। उन्होंने बहुत से सामाजिक मुद्दे उठाए, जैसे कि महिलाओं की शिक्षा, उन्हें वोट देने का अधिकार, बाल विवाह को रोकना। 1947 में भारत के आजाद होने के बाद कैबिनेट में शामिल होने वाली पहली महिला थीं। वह 10 साल तक स्वास्थ्य मंत्री रहीं। इस दौरान उन्होंने इंडियन काउंसिल फॉर चाइल्ड वेलफेयर की नींव रखी और देश के बड़े अस्पताल और मेडिकल कॉलेज की निर्माण में अहम भूमिका निभाई। इसके साथ उन्होंने मलेरिया और अन्य संक्रामक बीमारियों को लेकर भी लोगों को जागरूक किया।
‘100 वुमन ऑफ द ईयर’ पिछले 100 साल की महिलाओं को समर्पित है
टाइम मैगजीन ने बताया कि ‘100 वुमन ऑफ द ईयर’ में पिछले 100 साल में हर साल की एक ‘वुमन ऑफ द इयर’ चुनी गई हैं। बताया कि शुरुआती 72 वर्षों तक टाइम में ‘मैन ऑफ द इयर’ प्रोजेक्ट चला था, जिसमें चयनित व्यक्ति कोई राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री या शायद उद्योगपति होता था। पुरुषों का दबदबा खत्म करने के लिए बाद में 1999 में इसे बदलकर ‘पर्सन ऑफ द ईयर’ कर दिया गया, लेकिन फिर भी बहुत बदलाव नहीं हुआ। इस वर्ष मैगजीन की ओर से महिलाओं के लिए ‘100 वुमन ऑफ द इयर’ मुहिम लाई गई। इसमें उन प्रभावशाली महिलाओं को खोजते हैं, जिन्होंने उन पदों पर कब्जा किया, जिन पर अक्सर पुरुषों को चुना जाता था, लेकिन इससे भी आगे उन्होंने अपने कार्यों और संस्कृति से प्रभावित किया।
100 में ये महिलाएं भी
टाइम मैगजीन में सदी की कई प्रमुख महिलाओं को शामिल किया गया है, जिनमें डिजाइन कोको चैनल, लेखक वर्जीनिया वोल्फ, क्वीन एलिजाबेथ, अभिनेत्री मर्लिन मुनरो, प्रिंसेस डायना, चीनी केमिस्ट तु युयु, यूएन की रिफ्यूजी एजेंसी का नेतृत्व करने वाली जापान की सदाको ओगाटा और अमेरिका की पूर्व फर्स्ट लेडी मिशेल ओबामा हैं। टाइम ने इन महिलाओं के लिए 89 कवर पेज बनाए हैं, जो कई प्रमुख कलाकारों द्वारा डिजाइन किए गए हैं। इसके साथ ही 11 कवर पेज अलग से उन महिलाओं के लिए बनाए गए हैं, जो कभी ‘पर्सन ऑफ द इयर’ रह चुकी थीं। 100 नाम चुनने के लिए टाइम के स्टाफ की ओर से 600 नाम सुझाए गए थे, जिसके बाद चयन की महीनो लंबी प्रक्रिया चली।